Ravi Kumar Sihag: IAS और IPS जैसे अधिकारी बनने के लिए हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC सिविल सेवा परीक्षा में अपनी किस्मत आजमाते हैं. इनमें एक हजार से भी कम अभ्यर्थी सफल हो पाते हैं। इन हजार में हिन्दी माध्यम के सफल अभ्यर्थियों की संख्या लगभग ना के बराबर है।
इतने कम सेलेक्शन होने के बावजूद रवि कुमार सिहाग को ऑल इंडिया में 18वीं रैंक मिली है, लेकिन हिंदी मीडियम में उनका रैंक नंबर वन है। उन्होंने UPSC की परीक्षा पास करने की हैट्रिक बनाई है। चार में से तीन प्रयास सफल रहे हैं। वो भी हिंदी माध्यम से।
Ravi Kumar Sihag Biography
Hindi Medium UPSC Toper Ravi Kumar Sihag का जन्म 2 नवंबर 1995 को विजयनगर, श्रीगंगानगर राजस्थान में हुआ था, और उन्हें मुख्य रूप से वर्ष 2021 में 18 वीं रैंक के साथ हिंदी माध्यम से UPSC पास करने के लिए जाना जाता है, और 2018 में, उन्होंने अपना पहला UPSC प्रयास किया जिसमें उन्होंने 337वीं रैंक हासिल की। और उसके बाद साल 2021 में 18वीं रैंक हासिल कर हिंदी मीडियम में यूपीएससी में टॉप किया।
Ravi Kumar Sihag Name and Family
Full Name | Ravi Kumar Sihag |
Nickname | Ravi |
Ravi Kumar Sihag date of birth | 13 July 1992 |
Ravi Kumar Sihag age | 27 (As per 2022) |
Ravi Sihag Village | Chak 3BM, Vijaynagar, Sri Ganganagar Rajasthan |
Famous As | UPSC TOPPER (Hindi Medium, Batch 2021) |
Ravi Sihag Father Name | Ramkumar Sihag Bishnoi, Farmer |
Ravi Sihag Mother Name | Vimala Devi, Housewife |
Ravi Sihag Sister | Poonam Sihag, Raveena Sihag, Komal Sihag |
Ravi Sihag Education
अगर बात करें Ravi Kumar Sihag के शिक्षा की तो उन्होंने 11वीं और 12वीं की पढ़ाई न्यू ऑफ सीनियर सेकेंडरी स्कूल विजयनगर से पूरी की है. और उसके बाद उन्होंने 2016 में राजस्थान के महाराजा गंगा सिंह कॉलेज से राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी व्याख्यान विषयों में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। और तभी से उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
अब बात करते है रवि कुमार सिहाग का यूपीएससी मेन्स क्लियर न करने से लेकर हिंदी मीडियम यूपीएससी टॉपर बनने तक का सफर,
उन्होंने अपना तीसरा प्रयास वर्ष 2020 में दिया जिसमें उन्होंने यूपीएससी मेन्स के लिए अर्हता प्राप्त नहीं की, और फिर उन्होंने अपना चौथा प्रयास वर्ष 2021 में दिया जिसमें उन्होंने हिंदी माध्यम से टॉप किया और पूरे भारत में 18 वीं रैंक प्राप्त की। , और फिर इस बार उन्हें आईएएस कैडर मिला।
- पहला प्रयास: वर्ष 2018 में 337वीं रैंक और भारतीय रक्षा लेखा सेवा
- दूसरा प्रयास: वर्ष 2019 में 317वीं रैंक और भारतीय रेलवे परिवहन सेवा (आईआरटीएस) कैडर
- तीसरा प्रयास: साल 2020 में मुख्य परीक्षा भी पास नहीं कर सके
- चौथा प्रयास: साल 2021 में 18वीं रैंक। हिंदी मीडियम टॉपर बनें।