सेना भर्ती की ‘अग्निपथ’ योजना के ऐलान के बाद से ही कई सवाल उठ रहे हैं। युवा अपने भविष्य को लेकर आशंकाएं जाहिर कर रहे हैं। वहीं, सेना के रिटायर्ड अधिकारियों को यह चिंता सता रही है कि कहीं नई योजना से सेना की क्षमता पर बुरा असर तो नहीं पड़ेगा। सेना के अधिकारियों से बात करके ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब पूनम पाण्डे ने पता लगाए
Agniveer Yojna 2022
Ques- अग्निवीर ऑल इंडिया, ऑल रेजिमेंटेशन सिस्टम खत्म होगा, जबकि सेना नाम, नमक, निशान पर चलती है। क्या लगाव खत्म होगा?
Ans- उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी. एस. राजू ने कहा कि रेजिमेंटेशन का मतलब सिर्फ एक समुदाय से आने वाले लोग ही नहीं हैं। इसका मतलब है- साथ रहना, साथ खाना, साथ बैठना, साथ ट्रेनिंग करना, साथ लड़ना। अब भी उनमें यह लगाव बना रहेगा। वह साढ़े तीन साल साथ रहेंगे और जो 25 पसेंट परमानेंट होंगे, वह बटालियन में ही रहेंगे। अब भी सेना में 75% यूनिट में ऑल इंडिया ऑल क्लास ही हैं। फाइटिंग फॉर्मेशन में कुछ फिक्स्ड क्लास हैं। अगर हम राष्ट्रीय राइफल्स को देखें तो उसमें अलग-अलग रेडिफ को देख लो अभियानों में साथ काम कर रहे हैं। वे
Ques- LoC और अब तो LAC पर भी हैं। अग्निपथ में भर्ती कब होगी और कितने लोगों की होगी?
Ans- आर्मी की रिक्रटमेंट रैली 90 दिन में
Ques- भर्ती में 21 साल की सीमा जनरल ड्यूटी के लिए ही है, क्लर्क/ट्रेडमैन के लिए क्या उम्र है ?
Ans- सेना ने साफ किया है कि सभी भर्तियां अग्निपथ के तहत ही होंगी। सभी पदों के लिए उम्र की सीमा साढ़े सत्रह साल से 21 साल के बीच ही है।
Agnipath scheme 2022
Ques- दिसंबर 2019 में 20 साल की सफल आया था, फिजिकल, मेडिकल सब हुआ, अब क्या होगा?
Ans- सभी पुरानी प्रक्रियाएं अब आगे नहीं बढ़ेंगी। अग्निपथ के तहत ही सभी भर्ती होंगे और उसके लिए 90 दिन में अब आगे कुछ नहीं होगा।
Ques- क्या सेना का वह एग्जाम होगा, जिसका मेडिकल, फिजिकलपहले हो गया था ?
Ans- नए सिरे से अग्निपथ योजना में ही अप्लाई करना होगा।
Ques- सेना में अग्निवीर हर साल भर्ती होंगे, महज 25% परमानेंट होंगे तो एक वक्त ऐसा आएगा जब सेना में अग्निवीर ज्यादा और परमानेंट सैनिक कम होंगे ?
Ans- उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस. राजू ने कहा कि सेना में अधिकतम 50 पर्सेट ही अग्निवीर होंगे। अग्निवीर और परमानेंट
Ques- अग्निवीर चार साल बाद सेना से बाहर होंगे, उसके बाद क्या करेंगे, क्या गलत रास्ते पर नहीं जाएंगे?
Ans- अग्निवीर में से 25% को सेना में स्थायी नौकरी मिलेगी, जबकि 75% बाहर होंगे। गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि बाहर हुए लोगों को केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों और असम राइफल्स में प्राथमिकता दी जाएगी। यूपी, एमपी, हरियाणा और उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य पुलिस की भर्ती में इन अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की बात कही है। चार साल बाद उनके पास 11.7 लाख रुपये का बैंक बैलेंस भी होगा। इसका इस्तेमाल वे आगे अपना काम / कारोबार करने के लिए भी कर सकते हैं।