चंद्र ग्रहण का समय
चंद्र ग्रहण 26 मई को दोपहर 02 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और शाम को 07 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण का कोई सूतक काल नहीं होगा।
चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाएं क्या करें, क्या न करें
1. ज्योतिष के मुताबिक ग्रहण के बुरे असर से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को तुलसी मुंह में रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव नहीं होता।
2. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान कुछ भी नहीं खाना चाहिए क्योंकि ग्रहण के वक्त पड़ने वाली किरणें खाने को खराब कर देती हैं। साथ ही ऐसा माना जाता है कि ग्रहण से पहले सभी खाने की चाजें और दूध में तुलसी डाल दें। ऐसा करने से ग्रहण के बाद भी खाना शुद्ध रहता है।
3. चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को नोकदार चीजें जैसे चाकू, कैंची, सूई का उपयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने पर गर्भ में बच्चे को नुकसान हो सकता है।

4. चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर में ही रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि चंद्र ग्रहण का गर्भ में बुरा असर हो सकता है, इसलिए ग्रहण के वक्त गर्भवती महिलाओं को घर में रहना चाहिए।
5. चंद्र ग्रहण के वक्त मानसिक रूप से भी मंत्र जाप का बड़ा महत्व बताया गया है। गर्भवती महिलाएं इस दौरान मंत्र जाप कर अपनी रक्षा कर सकती हैं। इससे उनके और गर्भ में शिशु के स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है।
6. ग्रहण की अवधि समाप्त होने के बाद गर्भवती महिलाओं को शुद्ध जल से स्नान जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा नहीं करने से शिशु को त्वचा संबधी रोग लग सकते हैं।
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से लेकर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’