ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम

आज के डिजिटल युग में ड्रोन टेक्नोलॉजी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। कृषि, फिल्म मेकिंग, ई-कॉमर्स डिलीवरी, सर्वेक्षण और सुरक्षा क्षेत्रों में ड्रोन का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। इस कारण ड्रोन पायलट की मांग भी तेज़ी से बढ़ रही है। भारत सरकार और डीजीसीए (DGCA – Directorate General of Civil Aviation) द्वारा ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिससे युवा सुरक्षित और प्रमाणित तरीके से ड्रोन उड़ाना सीख सकें।

योग्यता

1. आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।

2. आवेदक को कक्षा 10वीं (दसवी) उत्तीर्ण होना चाहिए।

3. आवेदक के पास वैद्य भारतीय पासपोर्ट या सरकार द्वारा जारी पहचान का प्रमाणपत्र और सरकार द्वारा जारी पते का प्रमाण तथा मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस उपलब्ध होना चाहिए।

4. सात दिवस का आवासीय प्रशिक्षण है।

5. प्रशिक्षण हेतु चयनित होने पर आवेदक को प्रशिक्षण से पूर्व राशि रु 15000 + 18% GST शुल्क का वहन करना होगा।

6. प्रशिक्षण अवधि में केंद्र ( हॉस्टल ) पर रहना अनिवार्य होगा।

7. प्रशिक्षण उपरांत भारत सरकार के परीक्षकों द्वारा परीक्षा ली जावेगी।

8. प्रशिक्षण में सफल प्रशिक्षणार्थियों को भारत सरकार का ड्रोन पायलट प्रमाण – पत्र प्रदाय किया जाएगा।

9. प्रशिक्षण केंद्र में उपस्थिति के समय अपलोड किया गये अभिलेखों का मिलान मूल अभिलेखों से किया जाएगा।

ड्रोन पायलट (Small Category) क्या है?

  • Small Category ड्रोन वे ड्रोन होते हैं जिनका वज़न 2kg से 25kg तक होता है।
  • इन्हें मुख्य रूप से कृषि, सर्वे, वीडियोग्राफी और इंडस्ट्रियल कामों में इस्तेमाल किया जाता है।
  • Small Category ड्रोन उड़ाने के लिए DGCA से प्रमाणित पायलट प्रशिक्षण लेना ज़रूरी है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ

  1. अवधि – 5 से 7 दिन का शॉर्ट-टर्म कोर्स।
  2. थ्योरी सेशन – ड्रोन के नियम, सुरक्षा मानक, मौसम की जानकारी, एयरस्पेस मैप।
  3. प्रैक्टिकल ट्रेनिंग – ड्रोन उड़ाना, टेक-ऑफ, लैंडिंग, इमरजेंसी हैंडलिंग।
  4. सर्टिफिकेशन – DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से मिलने वाला प्रमाणपत्र।
ड्रोन पायलट प्रशिक्षण/ All Result Today
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कहाँ मिलेगा प्रशिक्षण?

  • भारत में कई DGCA-प्रमाणित Remote Pilot Training Organizations (RPTOs) हैं।
  • प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और लखनऊ जैसे शहरों में मौजूद हैं।

प्रशिक्षण की फीस

  • Small Category ड्रोन पायलट कोर्स की फीस लगभग ₹30,000 से ₹65,000 तक हो सकती है।
  • फीस संस्थान और ट्रेनिंग मॉड्यूल के अनुसार बदलती है।

करियर अवसर

ड्रोन पायलट बनने के बाद आप इन क्षेत्रों में काम कर सकते हैं:

  • कृषि ड्रोन पायलट (Crop spraying, Monitoring)
  • फ़िल्म और वीडियोग्राफी
  • मैपिंग और सर्वे
  • सुरक्षा एवं निगरानी
  • ई-कॉमर्स डिलीवरी (भविष्य की सबसे बड़ी मांग)

निष्कर्ष

ड्रोन पायलट (Small Category) प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के लिए नए करियर का सुनहरा अवसर है। आने वाले वर्षों में ड्रोन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ेगी और प्रमाणित ड्रोन पायलट्स की मांग कई गुना बढ़ेगी। अगर आप तकनीक और एडवेंचर पसंद करते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए सही विकल्प हो सकता है।

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