राम मंदिर निर्माण से पहले समतलीकरण, मिल रहीं प्राचीन मूर्तियां और शिवलिंग,
अयोध्या में राम मंदिर का काम धीरे-धीरे शुरू हो चुका है. इसी बीच राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से कराए जा रहे समतलीकरण कार्य के दौरान कुछ ऐतिहासिक अवशेष मिले हैं. इन अवशेषों में कई पुरातात्विक मूर्तियां खंभे और शिवलिंग. आमलक, कलश और चौखट शामिल हैं.
दरअसल, जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण के लिए तैयारियां व ट्रेंचों को भरने, समतलीकरण और लोहे की जालियों को हटाने का कार्य जोरों पर है. कोरोना संकट को देखते हुए इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है. इसी बीच अवशेषों के मिलने का सिलसिला शुरू हो चुका है.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अब तक जहां-जहां खुदाई हुई है, वहां से और आसपास की जगहों से देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प कलश, कलाकृतियां आदि चीजें निकली हैं.
हालांकि ट्रस्ट की ओर से अवशेष मिलने की जानकारी तो विस्तार से दी गई है, लेकिन अवशेष के बारे में कुछ विस्तार से नहीं बताया गया है. बताया जा रहा है कि विशेषज्ञों के निरीक्षण के बाद ही इस पर विस्तार रूप से बताया जा सकता है.
इन अवशेषों में देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां, अन्य कलाकृतियां के पत्थर, 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ व 6 रेड सैंड स्टोन के स्तंभ और 5 फुट आकार के नक्काशीयुक्त शिवलिंग की आकृति प्राप्त हुई है.
रामजन्मभूमि परिसर में खुदाई का काम जारी है. इस दौरान तीन जेसीबी मशीन एक क्रेन दो ट्रैक्टर व 10 मजदूर लगाए गए हैं. पिछले दस दिनों से यह काम चल रहा है.
चंपत राय ने यह भी बताया कि इस कार्य को चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. इन पुरातात्विक वस्तुओं को ट्रस्ट द्वारा संरक्षित किए जाने की भी योजना बन रही है. हालांकि अभी भी वहां खुदाई जारी है.
मालूम हो कि लॉकडाउन के बीच अयोध्या में मंदिर का काम जारी है. चम्पत राय, विमलेंद्र मौहन प्रताप मिश्र, डॉ अनिल मिश्र श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अन्य ट्रस्टी की मौजूदगी में यह कार्य हो रहा है.
बताया गया है कि मन्दिर निर्माण न्यास कार्यशाला में जिन मजदूरों द्वारा पत्थरों की सफाई का काम किया जा रहा था उन मजदूरों को भी श्रीरामजन्मभूमि परिसर में कार्य हेतु लगा लिया गया है. फिलहाल पत्थरों की सफाई का काम बंद है.
लॉकडाउन हटते ही राजस्थान, गुजरात और मिर्जापुर से मजदूरों को बुलाया जाएगा. इस कार्यशाला परिसर में पुलिस ऑफिसर और भारी संख्या में पुलिस कर्मी ड्यूटी पर मौजूद हैं.